शनि राशि परिवर्तन 2025: प्रभाव, उपाय और राशियों पर असर

शनि का राशि परिवर्तन

वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह को न्याय का देवता और कर्मफल दाता माना जाता है। यह व्यक्ति के जीवन में अनुशासन, संघर्ष और कर्म के अनुसार फल देने वाला ग्रह होता है। वर्ष 2025 में शनि राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं, जिससे सभी राशियों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। इस लेख में हम जानेंगे कि शनि का यह गोचर कब होगा, किन राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा, और इससे बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

शनि राशि परिवर्तन 2025 की तारीख और समय

शनि देव वर्तमान में कुंभ राशि में स्थित हैं और वर्ष 2025 में यह मीन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, शनि 29 मार्च 2025 को दोपहर 2:45 बजे मीन राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर लगभग ढाई वर्षों तक इसी राशि में रहेगा और उसके बाद मेष राशि में प्रवेश करेगा।

शनि गोचर 2025 का 12 राशियों पर प्रभाव
मेष राशि (Aries)

शनि का गोचर बारहवें भाव में होने से खर्चों में वृद्धि होगी। विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें।

वृषभ राशि (Taurus)

ग्यारहवें भाव में शनि का गोचर आर्थिक रूप से लाभकारी रहेगा। नई नौकरी या प्रमोशन के योग बन सकते हैं।

मिथुन राशि (Gemini)

दसवें भाव में शनि का गोचर करियर के लिए शुभ संकेत देता है। मेहनत से अच्छे परिणाम मिलेंगे, लेकिन धैर्य रखना होगा।

कर्क राशि (Cancer)

नौवें भाव में शनि का गोचर भाग्य में सुधार लाएगा। धार्मिक यात्रा के योग बन सकते हैं।

सिंह राशि (Leo)

आठवें भाव में शनि का प्रभाव जीवन में अचानक परिवर्तन ला सकता है। निवेश में सावधानी बरतें।

कन्या राशि (Virgo)

सातवें भाव में शनि का गोचर विवाह और साझेदारी में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

तुला राशि (Libra)

छठे भाव में शनि का प्रभाव कोर्ट-कचहरी और स्वास्थ्य संबंधी मामलों में सतर्कता की सलाह देता है।

वृश्चिक राशि (Scorpio)

पांचवें भाव में शनि का गोचर शिक्षा और संतान के मामलों में सुधार लाएगा।

धनु राशि (Sagittarius)

चौथे भाव में शनि का गोचर पारिवारिक जीवन और संपत्ति निवेश के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।

मकर राशि (Capricorn)

तीसरे भाव में शनि का गोचर यात्रा और संचार के लिए अच्छा रहेगा। नए अवसर मिल सकते हैं।

कुंभ राशि (Aquarius)

दूसरे भाव में शनि का गोचर आर्थिक मामलों में सतर्कता की सलाह देता है।

मीन राशि (Pisces)

पहले भाव में शनि का प्रभाव स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है। संयम बनाए रखें।

शनि गोचर 2025 से बचाव के उपाय

शनि मंत्र का जाप करें: “ॐ शं शनैश्चराय नमः”।
काली वस्तुएं जैसे उड़द दाल, लोहे की चीजें, या तिल का दान करें।
जरूरतमंद लोगों की मदद करें और कर्म सुधारें।
हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।
शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

निष्कर्ष

शनि राशि परिवर्तन 2025 सभी राशियों के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। यह गोचर कुछ के लिए लाभकारी होगा, तो कुछ को सतर्क रहने की जरूरत होगी। सही उपाय करने से नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है। इस लेख को शेयर करें और अपने अनुभव हमें कमेंट सेक्शन में बताएं!


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