षष्ठ भाव के स्वामी रोगेश अथवा षष्ठेश की विभिन्न भावों में स्थिति और फल
षष्ठभाव का स्वामी ‘ रोगेश’ अथवा ‘ षष्ठेश’ षष्टभाव अर्थात रोग एवं शत्रु स्थान का…
पंचम भाव के स्वामी संतानेश अथवा पंचमेश की विभिन्न भावों में स्थिति और फल
पंचमभाव का स्वामी ‘ संतानेश ‘ अथवा ‘ पंचमेश ‘ पंचमभाव अर्थात संतान, विद्या एवं…
चतुर्थ भाव के स्वामी सुखेश अथवा चतुर्थेश की विभिन्न भावों में स्थिति और उनके फल
चतुर्थभाव का स्वामी ‘ सुखेश ‘ अथवा ‘ चतुर्थेश ‘ चतुर्थभाव अर्थात माता, भूमि एवं…
तृतीय भाव के स्वामी पराक्रमेश अथवा तृतीयेश की विभिन्न भावों में स्थिति और फल
तृतीयभाव का स्वामी ” पराक्रमेश ” अथवा ‘ तृतीयेश ‘ तृतीयभाव अर्थात भाई – बंधू…
द्वितीय भाव के स्वामी धनेश अथवा द्वितीयेश की विभिन्न भावों में स्थिति और उनके फल
द्वितीय भाव का स्वामी ‘ धनेश ‘ अथवा ‘ द्वितीयेश ‘ द्वितीयभाव अर्थात धन एवं…
Shukrawar Vaibhav Laxami Vrat Katha
Shukrawar Vaibhav Laxami Vrat Katha: वैभव लक्ष्मी व्रत का महत्व और इतिहास Shukrawar Vaibhav Laxami…