जन्मकुंडली में यदि बुध ठीक है तो समझो जीवन में सब कुछ ठीक है। वहीं अगर बुध खराब है तो इसका सीधा असर आपके पूरे जीवन पर पड़ता है। बुध की खराब स्थिति आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
Budh Grah Upay: बुध ग्रह बुद्धि, संचार और निर्णय क्षमता के कारक माने जाते हैं. बुध एक शुभ ग्रह है लेकिन किसी क्रूर ग्रह के साथ आने पर इसके अशुभ परिणाम मिलने लगते हैं. कुंडली में बुध दोष हो तो शारीरिक और मानसिक दिक्कतें बढ़ जाती हैं. एकाग्रता में कमी आती है और शिक्षा और लेखन कार्य में समस्या आती है. कुंडली में बुध दोष होने पर हर क्षेत्र में हानि उठानी पड़ती है.
बुध ग्रह बिजनेस, बुद्धि, वाणी आदि का कारक है. बुध ग्रह जब मजबूत होता है तो बिजनेस में उन्नति होती है, नौकरी में तरक्की मिलती है, वाणी का प्रभाव दूसरों पर अधिक पड़ता है, बुद्धि तेज होती है, जिससे निर्णय क्षमता तीव्र होती है. लेकिन जब यही बुध ग्रह कमजोर होता है तो नौकरी-बिजनेस को चौपट कर सकता है, सार्वजनिक स्थानों पर बोलने की हिम्मत नहीं पड़ती है, निर्णय क्षमता कमजोर होती है, इससे अनिर्णय की स्थिति पैदा होती है. मानसिक क्षमता कजोर होती है. बुध ग्रह जब दुर्बल होता है तो यह कई तरह के संकेत देता है.
जब व्यक्ति की जन्मकुंडली में बुध दोष होता है तो व्यक्ति के बोलने की क्षमता प्रभावित होती है। जिस कारण वह साफ नहीं बोल पाता। बुध दोष होने पर व्यक्ति अपनी क्षमता पर विश्वास नहीं रखता और खुद को दूसरे के कम आंकने लगता है। उसकी बुद्धि चौपट होने लग जाती है। बुध दोष होने से त्वचा रोग भी हो सकता है।
जब बुध दोष होता है, तो व्यक्ति को बिजनेस, नौकरी, संचार और शिक्षा में कई तरह की परेशानियों झेलनी पड़ती हैं। उसके पद-प्रतिष्ठा में हानि होती है। व्यक्ति पढ़ाई-लिखाई में कमजोर होने लगता है। बुध दोष से धन हानि भी होती है। शरीर में कई रोग पैदा हो जाते हैं, यौन शक्ति कम हो जाती है. पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है. पेट में दर्द रहने लगता है, नाखून, दांत और बाल भी कमजोर होकर टूटने लग जाते हैं. सूंघने की शक्ति कमजोर हो जाती है, बोलने में उलझन होती है और कई बार तुतलाहट होने लगती है. बहन, बुआ से संबंध खराब हो जाते हैं. बेवजह की बदनामी होती है.
अगर आपकी जन्मकुंडली में भी बुध कमजोर है, तो बुध की स्थिति मजबूत करने के लिए ये उपाय जरूर करें।
कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए बुधवार के दिन गाय को अवश्य ही हरा चारा खिलाएं। इसके साथ ही आप गरीबों को हरी चीजों का दान भी अवश्य दें। ऐसा करने से बुध की स्थिति मजबूत होगी और कष्टों का निवारण होगा। बुध को मजबूत करने के लिए आप बुधवार को हरी वस्तुओं का दान करें, किसी गरीब ब्राह्मण को हरे फल, हरी सब्जियां, हरे वस्त्र, कांसे का बर्तन आदि दान कर सकते हैं.
आप बुधवार को पूजा के समय बुध के मंत्र ओम बुं बुधाय नमः या ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का जाप करते हैं तो भी लाभ होगा.
अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है, तो बुधवार के दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा-उपासना करें। साथ ही दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। इस उपाय को करने से भी कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है। आप बुधवार के दिन निकटतम मंदिर जाकर मां दुर्गा को श्रृंगार की वस्तुएं भेंट करें। इस उपाय को करने से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है।
बुधवार के दिन महादेव के पुत्र भगवान गणेश की पूजा करें। साथ ही उन्हें दूर्वा और मोदक भेंट करें। भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय है। अतः मोदक भेंट करने से भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर बरसती है। साथ ही कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है।
कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं और संभव हो तो पेड़ पौधों का ही दान करें। इसके साथ ही घर के मुख्य द्वार पर हरे पत्तों का तोरण बनाकर लगाएं इससे घर में सकारात्मकता आती है।
बुध को मजबूत बनाने के लिए आप बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करें। किसी भी स्थान पर शुभ काम के लिए जाते समय हरे रंग का इस्तेमाल जरूर करें। यदि आप हरे कपड़े नहीं पहन सकते हैं तो इस रंग के रूमाल का इस्तेमाल जरूर करें।
यदि कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति कमजोर है तो भूलकर भी बुधवार के दिन किसी गरीब या दुर्बल का निरादर न करें। ऐसा कोई भी काम न करें जो दूसरों को परेशानी में डाल सके। इस दिन आप गरीबों को कंबल, अन्न, भोजन आदि का दान दें। इस दिन जो व्यक्ति बिना स्वार्थ के ही दान -पुण्य करता है उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और कुंडली में बुध को मजबूत करने में मदद मिलती है।
महिला रिश्तेदारों जैसे मौसी, बहन, बुआ, बेटी आदि से रिश्ते अच्छे रखे। बुध गृह का सम्बन्ध हमारी महिला रिश्तेदारों और कन्या जातको से होता है, इसलिए जितना हो सके इन को प्रसन रखे और अपशब्द न बोले।
यदि आप इन आसान उपायों को आजमाते हैं तो आपके जीवन में सदैव समृद्धि बनी रहती है और बुध ग्रह को भी मजबूती मिलती है।