Shani Transit: जल्द 3 राशियों की बदलेगी फूटी किस्मत, आर्थिक तंगी से मिलेगी निजात

ज्योतिष शनि की बाधा दूर करने के लिए मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने की सलाह देते हैं। हनुमान जी की पूजा करने से कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होता है। इसके लिए मंगलवार के दिन स्नान-ध्यान कर भक्ति भाव से हनुमान जी की पूजा करें। देवों के देव महादेव की पूजा करने से शनिदेव (Shani Gochar 2025) प्रसन्न होते हैं।

न्याय के देवता शनिदेव को कर्मफल दाता भी कहा जाता है। शनिदेव न्याय करते हैं। अच्छे कर्म करने वाले को शुभ फल देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वालों को दंड देते हैं। शनिदेव की कृपा से जातक अल्प समय में ही धनवान बन जाता है। वर्तमान समय में न्याय के देवता शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं और वक्री चाल चल रहे हैं। ज्योतिषियों की मानें तो शनिदेव 15 नवंबर को अपनी चाल बदलेंगे। शनिदेव 15 नवंबर से मार्गी होंगे। वहीं, अगले साल शनिदेव (Shani Gochar 2025) राशि परिवर्तन करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से राशि चक्र की सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। इनमें 3 राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ होगा। इन 3 राशि के जातकों के सभी बिगड़े काम बन जाऐंगे। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं-

ज्योतिषियों की मानें तो न्याय के देवता अगले वर्ष मार्च महीने में राशि परिवर्तन करेंगे। वर्तमान समय में शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान हैं। इस राशि के स्वामी स्वयं शनिदेव हैं। शनिदेव कुंभ राशि में 28 मार्च तक रहेंगे। इसके अगले दिन यानी 29 मार्च को रात 09 बजकर 44 मिनट पर शनिदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में न्याय के देवता शनिदेव 03 जून, 2027 तक रहेंगे।

मकर राशि

वर्तमान में मकर राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। शनिदेव के मीन राशि में गोचर करने के साथ ही मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी। शनिदेव एक राशि में ढाई साल तक रहते हैं। मकर राशि के स्वामी शनिदेव हैं और आराध्य देवों के देव महादेव हैं। शनिदेव की कृपा मकर राशि के जातकों पर बरसेगी। उनकी कृपा से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाएंगे। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होगा।

कर्क और वृश्चिक

वर्तमान समय में कर्क और वृश्चिक राशि के जातक शनि की ढैय्या से पीड़ित हैं। शनिदेव के राशि परिवर्तन या मीन राशि में गोचर करने से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। साथ ही जीवन में मंगल का आगमन होगा। वैचारिक द्वंद समाप्त होगा। सभी प्रकार के बिगड़े काम बनेंगे। निवेश से लाभ प्राप्त होगा। वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति की कृपा कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर बरस रही है। उनकी कृपा से दोनों राशि के जातकों को लाभ प्राप्त हो रहा है। शनिदेव के मीन राशि में गोचर करने से मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी।

आर्थिक तंगी से निजात: उपाय और सलाह

आर्थिक तंगी से निजात पाने के लिए व्यक्ति को विभिन्न तरीकों की सहायता लेनी चाहिए। शनि के संक्रमण के दौरान राशियों पर इसका प्रभाव बड़ा हो सकता है, इसीलिए कुछ विशेष ज्योतिष उपाय और अनुष्ठान किए जा सकते हैं। पहले उपाय के रूप में, व्यक्ति को शनिवार के दिन काले वस्त्र पहनने और सत्तू के दान का अभ्यास करना चाहिए। काले रंग का संबंध अक्सर शनि के साथ जुड़ता है और इसे पूजा-पाठ में शामिल करने से सकारात्मक ऊर्जा मिल सकती है।

दूसरा महत्वपूर्ण उपाय निरंतरता में है। नियमित रूप से भगवान शिव के मंत्र ‘ऊँ नमः शिवाय’ का जाप करने से भी आर्थिक संकट में राहत मिल सकती है। साथ ही, गरीबों को भोजन या कपड़े दान करने से व्यक्ति में मानसिक शांति और सकारात्मकता आती है, जोकि आर्थिक स्थिति को सुधारने में सहायक होती है।

तीसरा उपाय है, सकारात्मक सोच रखना। यह एक मानसिक तरीका है, जो व्यक्ति को नकारात्मक विचारों से दूर रखने में मदद करता है। रोज़ाना सुबह उठते ही कुछ समय ध्यान लगाना और सकारात्मक पुष्टि करना अवश्य करें। एक सरल सकारात्मक पुष्टि जैसे “मेरी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है” व्यक्ति को नई ऊर्जा देने में सहायक हो सकता है।

इन सभी उपायों के साथ-साथ, अपने खर्चों का ध्यान रखना और बचत की आदत डालना भी आवश्यक है। यह व्यक्ति को न केवल आपातकालीन स्थिति में मदद करेगा, बल्कि आर्थिक स्थिरता प्राप्त करने में भी सहायक होगा। अंततः, शनि के संक्रमण का सही उपयोग करने और उपरोक्त उपाय अपनाकर व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है।

शनि संक्रमण के बाद का प्रभाव: भविष्यवाणी

शनि ग्रह का संक्रमण ज्योतिषीय दृष्टिकोण से गहरा प्रभाव रखता है, विशेषकर उन जातकों पर जिनकी राशियाँ इसके प्रभाव क्षेत्र में आती हैं। यह परिवर्तन इन राशियों के जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि संबंध, करियर, और वित्तीय स्थिति, में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। जब शनि अपनी स्थिति बदलता है, तो इसके प्रभाव से संबंधित जातकों में सकारात्मक या नकारात्मक परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।

विशेषकर उन जातकों के लिए, जिनकी राशियाँ इस संक्रमण के तहत आती हैं, आगामी महीनों में उनके संबंधों में सुधार और स्पष्टता आ सकती है। यह समय व्यक्तिगत संबंधों को मजबूत बनाने का है, जहाँ आप बेहतर संवाद स्थापित कर सकते हैं। इस दौरान, आपको अपने संपर्कों और रिश्तों को पुनर्जीवित करने का मौका मिल सकता है, जिससे परिवार और दोस्तों के बीच एकता बनी रहेगी।

करियर के दृष्टिकोण से, यह शनि संक्रमण नए अवसरों की संभावनाएँ लेकर आ सकता है। कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत और लगन का फल मिलने की संभावना है। उच्च पदोन्नति या नई जिम्मेदारियों का मौका मिलने से आपके करियर में वृद्धि हो सकती है। साथ ही, यह समय अपने कौशल को बढ़ाने और नई क्षमताओं को विकसित करने का भी है, जो आपके भविष्य को और भी उज्ज्वल बना सकता है।

आर्थिक स्थिति में भी इस संक्रमण का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। धन की आवक में सुधार के साथ, आप वित्तीय तंगी से मुक्ति पा सकते हैं। सही निवेश और संवेदनशीलता के माध्यम से, आप अपनी वित्तीय स्थिरता को सहजता से बढ़ा सकते हैं। इसके लिए, आपको सतर्क रहना होगा और अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा। इस समय आत्मविश्वास के साथ निर्णय लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।

इन परिवर्तनों को सकारात्मक दिशा में मोड़ने के लिए, ध्यान, साधना, और उचित योजना बनाना आवश्यक है।ा यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आप शनि संक्रमण के प्रभावों का लाभ उठाते हुए अपने जीवन को सुधार सकें।

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