भगवान गोपाल आरती, आरती जुगल किशोर की कीजै - हिन्दी गीतिकाव्य

shri krishna, krishna, gopal aarti , krishna aarti
आरती जुगल किशोर की कीजै भगवान गोपाल की लोकप्रिय आरती है। यह भगवान कृष्ण से संबंधित अधिकांश शुभ अवसरों पर पाठ किया जाता है। गोपाल भगवान कृष्ण का एक अन्य नाम है।
आरती कुंज बिहारी की भगवान कृष्ण की एक और सबसे लोकप्रिय आरती है। यह इतना लोकप्रिय है कि घरों और विभिन्न कृष्ण मंदिरों में नियमित रूप से इसका पाठ किया जाता है।
भगवान गोपाल आरती, आरती जुगल किशोर की कीजै - हिन्दी गीतिकाव्य  2
॥ श्री गोपाल की आरती ॥

आरती जुगल किशोर की कीजै,राधे धन न्यौछावर कीजै। x2
रवि शशि कोटि बदन की शोभा,ताहि निरखि मेरा मन लोभा।

आरती जुगल किशोर की कीजै…।

गौर श्याम मुख निरखत रीझै,प्रभु को स्वरुप नयन भर पीजै।
कंचन थार कपूर की बाती,हरि आये निर्मल भई छाती।

आरती जुगल किशोर की कीजै…।

फूलन की सेज फूलन की माला,रतन सिंहासन बैठे नन्दलाला।
मोर मुकुट कर मुरली सोहै,नटवर वेष देखि मन मोहै।

आरती जुगल किशोर की कीजै…।

आधा नील पीत पटसारी,कुञ्ज बिहारी गिरिवरधारी।
श्री पुरुषोत्तम गिरवरधारी,आरती करें सकल ब्रजनारी।

आरती जुगल किशोर की कीजै…।

नन्द लाला वृषभानु किशोरी,परमानन्द स्वामी अविचल जोरी।
आरती जुगल किशोर की कीजै,राधे धन न्यौछावर कीजै।

आरती जुगल किशोर की कीजै…।
भगवान गोपाल आरती, आरती जुगल किशोर की कीजै - हिन्दी गीतिकाव्य  3
Scroll to Top
Verified by MonsterInsights