अगस्त्य सरस्वती स्तोत्रम, सरस्वती माता के स्तोत्रमों में से एक है। इस स्तोत्रम का पाठ देवी सरस्वती से सम्बन्धित विभिन्न अवसरों पर किया जाता है, जिन्हें ज्ञान, बुद्धि और शिक्षा के रूप में पूजा जाता है। इस स्तोत्रम् की रचना महान ऋषि अगस्त्य ने की थी, जिन्हें सबसे प्रतिष्ठित संतों में से एक माना जाता है। अगस्त्य सरस्वती स्तोत्रम् का जाप भक्तों द्वारा देवी सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ज्ञान, बुद्धि और उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इस स्तोत्र को अत्यधिक शक्तिशाली माना जाता है और बुद्धि प्राप्त करने की दिशा में किसी भी बाधा को दूर करने के लिए किया जाता है। सरस्वती पूजा और देवी को समर्पित अन्य शुभ अवसरों के दौरान भी स्तोत्रम् का पाठ किया जाता है।